धौरहरा जितिन प्रसाद को भुगतना पड़ सकता है बेहजम में न बन पाई स्टील फैक्ट्री का खामियाजा
- May 5, 2019
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धौरहरा कांग्रेस प्रत्याशी जितिन प्रसाद को भुगतना पड़ सकता है बेहजम में न बन पाई स्टील फैक्ट्री का खामियाजा
एस.पी.तिवारी/लखीमपुर-खीरी
लखीमपुर-खीरी।कस्में वादे प्यार वफा सब बातें हैं बातों का क्या।झूठा तेरा वादा वादा तेरा वादा।यह फिल्मों के गीत की लाईनें 29 लोक सभा धौरहरा क्षेत्र के कदा्वर कांग्रेसी नेता पार्टी प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के चुनावी वादे पर सटीक बैठती हैं जो कि अपने पहले 2009 के चुनाव में धौरहरा के बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के लिए बेहजम कस्बे में इस्पात कारखाना लगाकर यहां के नौजवानों को रोजगार देने का सुनहरा सपना दिखाया था स्टिल फैक्ट्री का बाकायदा शिलान्यास केंद्रीय इस्पात मंत्री रामविलास पासवान के द्वारा जितिन प्रसाद ने कराया जिससे यहां के लोग फूले नहीं समाये और भरपूर प्यार दुलार देंकर इन्हीं मंत्री जी को मतदाताओं ने सर आंखों पर बिठा कर भारी मतों से जिताकर लोकसभा में पहुंचा दिया परन्तु वहां पर पहुंचने के बाद मंत्री जी को दूसारा विभाग मिला और वह सडक़ परिवहन मंत्री बने और ऐश आराम के साथ दिल्ली की चकाचौंध गलियों में रहकर धौरहरा की भोली-भाली गरीब जनता और बेरोजगार युवाओं की याद नहीं आयी उसके बाद लोक सभा चुनाव 2014 में मोदी की आंधी में यही मंत्री जितिन प्रसाद अपनी जमानत तक नहीं बचा पाये जिससे वो औंधे मुंह गिर गुमनामी बाबा बनकर लोगों की आंखों से तीन साल तक ओझल रहे परन्तु राजनीति का चसका इन्हें नहीं बैठने नही दिया और फिर से एमपी से नीचे उतर कर एमएलए की सीट की चाहत में यूपी के विधानसभा चुनाव में इन्होंने अपनी किस्मत आजमाने के लिए अपने गृह जनपद की सीट तिलहर से दावेदारी ठोंक दी वहां भी इनका मोदी लहर में सूफड़ा साफ होने पर पराजय इनके हाथ लगी।अब फिर देखना है इस लोकसभा चुनाव के धौरहरा क्षेत्र की जनता इनके विकास के वायदे पर विस्वास करती है तो कहां तक।इस बार चुनाव में कोई मोदी की लहर तो नहीं दिखती फिर भी मोदी सरकार की राष्ट्रहित नीति आतंकवाद पर अंकुश भारत की विश्व स्तर पर नई पहचान के साथ साथ विकास के कई कीर्तिमान स्थापित कर भाजपा पार्टी ने अपनी निवर्तमान सासंद रेखा अरुण वर्मा को प्रत्याशी बनाया है वही सपा-बसपा गठबंधन के बाहरी प्रत्याशी अरशद सिद्धीकी से कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।अब देखना यह इस लोकसभा चुनाव में जनता किस पर अपना विस्वास लोकसभा चुनाव 2019 में धौरहरा क्षेत्र में 6 मई को मतदाता अपना वोट देकर किस पर अपना विश्वास।जताने के बाद उसे भारी मतों से जितावाकर संसद में भेजती है और किस प्रत्याशी के वायदे पर भरोसा करती है यह चुनाव परिणाम की तारीख अगामी 23 मई को मालूम हो जायेगा।






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