जनसेवा केंद्र संचालकों सहित 06 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार, नकली फिंगरप्रिंट, मोहर आदि बरामद किये।
देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा
शाहजहांपुर। थाना जलालाबाद क्षेत्र में पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो डिजिटल पेमेंट द्वारा धोखाधड़ी करके गरीब लाभार्थियों का पैसा सेंधमारी कर बैंक खातों से निकाल लेते थे। विधवा पेंशन, छात्रवृत्ति, किसान पेंशन आदि योजनाओं का पैसा बड़े ही शातिर तरीके से निकालने का काम करते थे। इस संबंध में थाना जलालाबाद में मुकदमा संख्या दर्ज किया गया। जसवीर सिंह प्रभारी निरीक्षक जलालाबाद रोहित कुमार एसओजी प्रभारी एवं सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार जीत सिंह हेड कांस्टेबल देवेंद्र यादव राजाराम की टीम ने दिन रात एक कर सफलता हासिल की है। इस मामले में पुलिस ने लैपटॉप आधार कार्ड बायोमेट्रिक, थम्स स्केनर मशीन पासबुक अंगूठे के निशान बामोर ए फोटो पैन कार्ड ग्लू गन व एक 315 बोर का तमंचा भी बरामद किया है । गिरफ्तार किए गए अभियुक्त शिवराम पुत्र दिनेश निवासी ग्राम महुआ डांडी ,सुनील त्रिपाठी पुत्र ओम प्रकाश त्रिपाठी निवासी मोहल्ला ब्रह्मांन कस्बा जलालाबाद ,देवव्रत पुत्र चंद्रपाल सिंह निवासी ग्राम गुरगवां ,हुकुम सिंह पुत्र वीरेश पाल निवासी ढका, गौरव पुत्र ब्रहम पाल निवासी भैंस्टा थाना कांठ व संदीप सिंह पुत्र भानु निवासी खखूडी जबकि शाहनूर व राजवीर नाम के दो आरोपी मौके से फरार चल रहे हैं, पुलिस उनकी टीम लगाकर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
इस संबंध में प्रेस वार्ता करते हुए बरेली रेंज के आईजी राजेश कुमार पाण्डेय ने प्रेस वार्ता में बताया कि डिजिटल पेमेंट द्वारा धोखाधड़ी करने के आरोप में छह आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जो कि सरकार की आने वाली तमाम योजनाएं जो गरीबों के लिए सरकार द्वारा भेजी जाती थी, उन खाते में ट्रांसफर की जाती थी। जिसमें विधवा छात्रवृत्ति ट्रांसफर होता था यह शातिर लोग क्लोन वाले अंगूठे से उनका पैसा निकाल लेते थे ।यह एक बड़ा मामला है ।अनुमान है इस मामले में कई करोड़ का गबन किया गया है ।वहीं उन्होंने बताया कि यह लोग फर्जी लोगों को मृत दिखाकर उनके नाम से खाता खोलकर दुर्घटना बीमा का लाभ भी हजम कर जाते थे। जिसका मास्टरमाइंड शाहनूर है जो अभी फरार चल रहा है।
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