(देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा)
शाहजहांपुर। पुलिस अधीक्षक एसo आनन्द के निर्देशानुसार जनपद मे अपराध की रोकथाम व अपराधियो की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम मे संजीव कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के पर्यवेक्षण मे एवं मस्सा सिंह, क्षेत्राधिकारी जलालाबाद के निर्देशन मे थाना जलालाबाद पुलिस को मिली कामयाबी जानकारी के लिए बताते चले की दिनांक 21/02/22 को अनुज वर्मा पुत्र रामसरन वर्मा निवासी ग्राम ककराह थाना जलालाबाद जिला शाहजहाँपुर द्वारा लिखित सूचना दी गयी कि उसका भाई सनुज उर्फ सोनू समय 03.30 बजे दुकान से खाना खाने आया था ।तभी उसके गांव के मुलायम पुत्र हाकिम ने अपनी बहन प्रीती के प्रेम सम्बधो के शक मे उसके भाई को घऱ के अन्दर खीच लिया और तमन्चे से गोली मार दी । उसके भाई को दो गोली लगी जिससे सनुज उर्फ सोनू पुत्र रामसरन जो की गम्भीर अवस्था मे मुलायम के घऱ मे पडा है । तथा एक गोली अपनी बहन प्रीति के सिर मे मार दी जिसकी मौके पर मृत्यू हो गई जिसका शव मुलायम के घऱ मे पडा है । हमे फसाने के लिए मुलायम ने अपने बांप को भी पैर मे गोली मार दी है । जिसके आधार पर मु0अ0स0 143/22 धारा 302/307 IPC बनाम मुलायम पुत्र हाकिम नि0 ग्राम ककराहा थाना जलालाबाद शाहजहाँपुर पंजीकृत करते हुए त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस बल मौके पर पहुँची और घायल सनुज उर्फ सोनू पुत्र रामसरन वर्मा उपरोक्त को निजी वाहन से तुरंत इलाज हेतु जिला अस्पताल भेजा तथा मृतका प्रीति पुत्री हाकिम नि0 उपरोक्त के शव का पंचायतनामा आदि आवश्यक कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम के लिए जिला मोर्चरी भेजा गया ।
जलालाबाद थानाध्यक्ष जयशंकर सिहं के नेतृत्व मे थाना जलालाबाद की पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त मुलायम पुत्र हाकिम नि0 ग्राम ककराहा थाना जलालाबाद शाहजहाँपुर को बारह पत्थऱ चौराहे से गिरफ्तार किया गया जिसकी निशानी देही पर घटना मे प्रयुक्त आलाकत्ल अवैध तमंचा 315 बोर मय 02 जिंदा कारतूस व घटना मे प्रयुक्त हसिया बरामद की गयी । अभियुक्त से बरामद आला कत्ल अवैध तमचा के सम्बन्ध मे अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्त को मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है
बहीं पूछताछ मे अभियुक्त द्वारा अपने जुर्म का इकबाल करते हुए बताया कि साहब मै मेहनत मजदूरी करता हूँ घर में मेरे अन्य दो भाई राजीव व सुशील है तथा प्रीती मेरी बहन है कल मेरे मम्मी पापा, बहन सभी लोग सामने वाले घर पर बैठे बाते कर रहे थे । मेरे दोनो भाई बाहर थे । मै काम करके खाना खाने घर पर आया । तो मेरे घर का एक कमरा अन्दर से बंद था । अंदर से कुछ आहट आ रही थी । तो मैने देखा कि मेरी बहन प्रीती पड़ोस के सनुज के साथ में गलत अवस्था में है तो मैने बाहर दरवाजे की कुण्डी बन्द कर दी और घर में रखा तमंचा व 06 कारतूस ले आया । दरवाजा खोलकर मैने पहले सनुज को पेट तथा सिर में दो गोली मारी और जब मेरी बहन प्रीती बचाने के लिये आयी तो मैने उसके भी सिर में भी एक गोली मार दी । वह मौके पर ही मर गयी जबकि और कारतूस मिस हो गये तो मैने देखा कि सनुज अभी जिन्दा है और सांस ले रहा है तो मैने उसे पूरी तरीके से खत्म करने के लिये हंसिया से उसका गला काटना शुरू किया तब तक शोरगुल होने लगा तो डर के कारण हंसिया लेकर बाहर की तरफ गया ।
और सफेद गमछे में हंसिया लपेट दिया ताकि खून न दिखायी पड़े और हंसिया को बरामदे में बजरी/रेत में छिपाकर रख दिया । उसके बाद मै असलहा और दोनो कारतूस लेकर ईधर-उधर भागता छिपता रहा । और लोगो के कहने पर तमंचा धुल दिया । लेकिन मेरे मन में आया कि गुस्से में जो गलती होनी थी हो गयी है । मै आप लोगो को जाकर सच बता दूँ । साहब लोकलाज व लोगो के ताना व लांछन सुनने पडते थे क्योंकि मैने और मेरे परिवार ने बहन प्रीती को काफी समझाया किन्तु वह अपनी हरकतों से बाज नही आ रही थी और चोरी छिपे सनुज से मिलती जुलती रहती थी । हम लोगो ने इस बात की शिकायत सनुज के घर पर जाकर किया था तो वह लोग अपने लड़के सनुज की तरफदारी कर रहे थे और लड़ाई झगडा करने पर उतारू हो गये थे । और हमारे दोनो परिवारो के बीच में दुश्मनी भी हो गयी थी । चूंकि हमारा और रामसरन का मकान सटा हुआ है । मेरे घर पर दो रास्ते है और छत भी मिली हुई है । इसलिये दोनो चोरी छिपे मिलते रहते थे । आठ दस दिन पहले भी इसी बात को लेकर विवाद हुआ था । और परसो वाली रात में भी मेरी बहन घर से इन्ही के घर चली गयी थी । लोक लाज के डर से हम लोग थाना पुलिस में शिकायत नही दर्ज कराये थे । कल अचानक घर के अन्दर दोनो को आपत्तिजनक स्थिति में देखा तो मेरे शरीर में आग लग गयी और मैने दोनो को ही गोली मार दी । जिस तमंचे से गोली मारी वह भी मैने आप लोगो को दे दिया । और जिस हंसिया से गला काटने की कोशिश की वह भी आपको दे दिया है । मुझे अपने किये पर बहुत पछतावा नही है । जो कुछ घटना घटित हुई है वही बताया है।
पुलिस पार्टी में जलालाबाद थानाध्यक्ष जयशंकर सिहं ,व0उ0नि0 राजवीर सिहं , कैलाश चन्द्र,कां.अकिंत कुमार ,ललित कुमार मौजूद रहे।
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