वरिष्ठ पत्रकार अनिल मिश्रा
शाहजहांपुर। ईमानदार ब्यक्ति अपनी ईमानदारी कार्यशैली से ही पहचान बना लेता है। उसे ढिंढोरा पीटने की आवश्यकता नही पड़ती है और न ईमानदारी का दावा करता है। इन्ही में से एक है विजय किरण आनन्द अपनी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लगभग 3 वर्ष पहले बेसिक शिक्षा में नया पद महानिदेशक स्कूल शिक्षा सृजन किया गया। इस पद पर पहली नियुक्ति विजय किरण आनन्द की हुई थी। बेसिक शिक्षा में आमूल चूल परिवर्तन करने के लिए मिशन प्रेरणा इन्होंने ही लांच किया। लेकिन कोरोना के कारण मिशन प्रेरणा को पूरी तरह से गति नहीं मिल पाई। पिछले 2 वर्षों में विजय किरण आनन्द ने बेसिक में विभिन्न अवकाशों जैसे सीसीएल, मैटरनिटी, मेडिकल, अटैचमेंट के नाम पर व्याप्त भ्रस्टाचार को बिल्कुल ही खत्म कर दिया था। वहीं शिक्षकों की वेतन स्लिप आदि सब ऑनलाइन कर दी थी। सारी व्यवस्थाएं सही तरह से चल रही थीं। तभी एकाएक इनका ट्रांसफर जिलाधिकारी गोरखपुर के पद पर एकदम करना हैरान करने वाला है।
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