शेखर अस्पताल में लगा हवा से ऑक्सीजन बनाने बाला प्लांट
- aapkasaathhelplinefoundation
- Apr 26, 2021
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---तीन दिन के अन्दर लगाया प्लांट: डॉo सोमशेखर दीक्षित
----ऑक्सीजन की किल्लत पर को देख कदम उठाया, मरीजों जान बच जाए यही कोशिश
देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा पत्रकार
शाहजहांपुर। जनपद के प्रतिष्ठित चिकित्सक तथा शेखर अस्पताल के संस्थापक डाॅo सोमशेखर दीक्षित ने मानव इतिहास की सबसे गंभीर त्रासदी कोरोना से चल रही जंग में ऑक्सीजन की कमी मरीजों को न हो इसके लिए अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगवा दिया। कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश में त्राही-त्राही मची हुई है। इस बार कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीजों में ऑक्सीजन की कमी और सांस लेने में दिक्कत वालों की संख्या में इजाफा हुआ है और ऑक्सीजन की कमी की बजह से मरीजों की मौत भी हुई है साथ ही अन्य मरीजों पर मौत का संकट बना हुआ है। शाहजहांपुर के शेखर अस्पताल के एमडी डॉo सोमशेखर दीक्षित ने अनोखी पहल की मरीजों की जान बचाने के लिए शेखर हॉस्पिटल एक ऐसा नर्सिंग होम बना जिसमें सर्वप्रथम ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। डॉक्टर्स जहां सांस के गंभीर मरीजों को कोविड समझकर हाथ नहीं लगा रहे वहीं डॉo सोमशेखर दीक्षित मरीजों को बेहतर इलाज दे रहे, साथ ही जनपद में ऑक्सीजन जनरेटर लगाकर मरीजों को ऑक्सीजन के प्रति बड़ी राहत दी।
----कोरिया की कम्पनी का प्लांट, 20 लाख की कीमत में लगा।
डॉo सोमशेखर दीक्षित ने बताया कि यह कोरिया की कम्पनी का प्लांट है। इसका गुडगांव में ऑफिस है, एजेंसी के व्यक्ति से फोन से सम्पर्क किया। रूपए दिए और अगले दिन आकर मशीन लगा गए। इस तरह से तीन दिन के अन्दर 20 लाख रूपए का यह ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया। उसी दौरान इसका सेड बनवा लिया। 9 बेड साइड ऑक्सीजन दे रहा है। यह सिलेण्डर नहीं भर सकता इसके लिए बेड साइड फिटिंग चाहिए। उन्होंने कहा कि आईसीयू है जिसमें 9 बेड दे रहा, वैसे 15 बेड पर ऑक्सीजन दे सकता है। मरीजों को हित को सोचते हुए ऐसा कदम उठाया। अस्पताल के एमडी डॉo सोमशेखर दीक्षित ने बताया कि ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए उन्होंने मन में ठान लिया कि जनता की मदद के लिए वह ऑक्सीजन प्लांट लगाएंगे। रूपए की कमी होने के बावजूद भी तीन दिन के अन्दर प्लांट को लगाया। ज्यादातर मरीज ऑक्सीजन के आ रहे जिनको सिलेण्डरों के माध्यम से ऑक्सीजन दी जा रही, ऑक्सीजन की कमी न हो इसलिए मरीज को स्वस्थ्य करने के लिए इस ऑक्सीजन प्लांट को लगाया गया। हवा को खींचने के बाद यह प्लांट अपनी जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन तैयार करता।
----अस्पताल 40 बेड का है, लेकिन इमरजेंसी के लिए 80 से 100 बेड का इंतजाम कर रखा।
डॉo सोमशेखर दीक्षित ने कहा कि गंभीर मरीजों को लेने का जिम्मा ले रखा है, चाहे महामारी हो या न हो। महामारी आती, कोई अन्य बीमारी जैसे-डेंगू, मलेरिया उस समय बहुत ज्यादा क्राईसेस हो जाती। अस्पताल 40 बेड का है, लेकिन इमरजेंसी के लिए 80 से 100 बेड का इंतजाम कर रखा। उसी अनुसार बिल्डिंग संसाधान व लगभग स्टॉफ भी मौजूद है। ऑक्सीजन की हमेशा सुविधा रखते है, जिससे कभी दिक्कत न सामने आए।
---ऑक्सीजन की कमी पर प्लांट लगाने का निर्णय लिया
एमडी ने बताया कि 30 सिलेण्डर थे, महामारी को देखते हुए 60 सिलेण्डर बड़े वाले मंगा लिए हैं। उन्होंने बताया कि 40-45 ऑक्सीजन पर मरीज रहते हैं। इसके बावजूद 20 मरीज को लौटाना पड़ जाता है। दो दिन ऑक्सीजन नहीं मिली, खबरों से पता चला कि देश में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। तब ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया। तीन दिन के अन्दर प्लांट को लगाया।
---डॉक्टर का फर्ज होता मरीज की जान बचाना
डॉo सोमशेखर दीक्षित ने कहा कि डॉक्टर्स का फर्ज मरीजों की जान बचाना, इसी मरीजों की जान बचाने के लिए कोशिश की जा रही, ईश्वर ने चाहा तो सफलता हाथ जरूर लगेगी।
---लोगोंं की मदद को तैयार रहते डॉoसोमशेखर
बता दें लोगों की मदद के लिए डॉ सोमशेखर दीक्षित अकसर आगे आए है। पिछली बार फैले कोरोना संक्रमण के दौरान भी डॉ शेखर नेें पीएम व सीएम केयर फंड में 10 लाख रूपये दिये थे और अब ऑक्सीजन प्लांट लगाकर मरीजो ंको बड़ी राहत पहुंचाने की कोशिश की है।
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