खबर चलाने से बौखलाए कोतवाल ने दी पत्रकार को धमकी कहा चलाओ जितनी चाहे उतनी खबर मेरा कुछ नहीं होना
- aapkasaathhelplinefoundation

- Aug 5, 2019
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खबर चलाने से बौखलाए कोतवाल ने दी पत्रकार को धमकी कहा चलाओ जितनी चाहे उतनी खबर मेरा कुछ नहीं होने वाला

पवन सक्सेना गोला-खीरी।योगी सरकार में जहां डीजीपी के द्वारा आए दिन पत्रकार के सम्मान में पत्रकार के हित के लिए आदेश पारित होता रहता है कि सभी पुलिस वाले पत्रकारों से सही तरीके से बात करेंगे व उनको समाचार प्राप्त कराने में पूरा सहयोग करेंगे तो वहीं दूसरी ओर जिला लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ कोतवाली के कोतवाल साहब डी पी तिवारी इन आदेशों को नहीं मानते हैं।उनको लगता है कि पत्रकार के द्वारा चलाए गए समाचार से उनका कुछ भी नहीं होने वाला है शायद इसीलिए जब से गोला कोतवाली संभाली है तब से अपराधों की संख्या और भी बढ़ गई है और हो रहे अपराधों पर खुलासा करना जरूरी नहीं समझते।आपको बताते चलें पूरा मामला जिला लखीमपुर खीरी के कोतवाली गोला का है 22 जुलाई 2019 में गोला पुलिस के नाकामयाबी रवैया को लगभग 10 से 12 समाचार पत्रों में प्रकाशित हुआ था जिसमें रस्तोगी ज्वेलर्स के यहां चोरी को लेकर, मोहम्मद यासीन जो कि पिछले कई माह से कोतवाली का चक्कर काट रहा है की सुनवाई को न लेकर,राम आसरे जोकि प्रधान शकील के द्वारा प्रताड़ित किया गया था की सुनवाई को ना लेकर,समाचारों को प्रकाशित किया गया था।लेकिन इसके बजाय पीड़ितों की समस्याओं का समाधान करे बल्कि पत्रकार को ही अपने पुलिसिया अंदाज में अपना रौब दिखाते हुए पत्रकार को धमकी दे डाली।आपको बताते चलें कि पत्रकार दिनांक 4 अगस्त दिन रविवार देर शाम 11:30 बजे छोटे चौराहे पर (सिनेमा चौराहे) पर अगले दिन सोमवार के लिए कावड़ियों की कवरेज के लिए निकला था लेकिन गोला कोतवाल डी पी तिवारी पत्रकार को अच्छी तरीके से जानने के बावजूद भी उसको जान बूझकर न पहचानते हुए उससे अभद्रता कर डाली। इस पर जब पत्रकार ने अपना परिचय बताया तो डी पी तिवारी ने कहा तुम लोग काम ही ऐसा करते हो कि तुम को पहचाना ना जाए। ख़बर चलाते हो अब देखते हैं कितनी ख़बर चलाओगे मेरा कुछ भी नहीं होने वाला। डीपी तिवारी की इन बातों से साफ साफ जाहिर हो रहा है कि डी पी तिवारी को कहीं ना कहीं कोतवाल होने का घमंड है। और डीजीपी व माननीय आदित्यनाथ योगी के निर्देशों को उन पर कोई असर नहीं है। उनकी नजर में पत्रकारों की कोई अहमियत नहीं है।इस पर पीड़ित पत्रकार अमित वर्मा को बहुत ही मानसिक आहत पहुंची है जिससे पत्रकार पत्रकारिता करने में सक्षम नही हो पाएगा।




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