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मार्च में हो सकती है लोकसभा चुनावों की घोषणा शिवसेना और भाजपा की अलग होंगी राहें बसपा और सपा गठबंधन




नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीति पार्टियों में सरगर्मिया बढ़ गई हैं। इसे लेकर सभी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। हालांकि औपचाकि तैार पर कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन राजनेताओं ने अपनी अपनी पतंगे उड़ानी शुरु कर दी हैं। इसी संदर्भ में गुजरात भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा उपाध्यक्ष आई के जाडेजा ने शंका जताई है कि लोकसभा चुनाव की घोषण मार्च में हो सकती है।

जाडेजा ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में आयोजित पार्टी की एक बैठक के पहले पत्रकारों से कहा कि मार्च के पहले सप्ताह में लोकसभा चुनाव के तिथियों की घोषणा की पूरी संभावना है। इसी के हिसाब से कार्यकर्ता, नेता, संगठन और सरकार चुनावी तैयारी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पार्टी इसी लिहाज से चुनावी कार्यक्रमों का रोडमैप तैयार कर रही है।

इस बीच, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए आज गुजरात के अहमदाबाद स्थित अपने मु यालय पर प्रदेश प्रभारी राजीव सातव, नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी तथा राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटों के चुनाव पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बैठकें कर रही है। श्री सातव ने कहा कि तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही लोकसभा चुनाव का परिणाम भी कांग्रेस की पक्ष में होगा। उन्होंने कहा कि गुजरात में कांग्रेस सभी सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। ज्ञातव्य है कि पिछले चुनाव में इन सभी सीटों पर भाजपा की जीत हुई थी।

वहीं पर देर रात उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के घर पर एक सीक्रेट मीटिंग हुई। जिसे समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव मौजूद थे। दोनों में 37-37 सीटों पर चुनाव लडऩे की सहमति बनी है। इसी प्रकार दूसरी ओर महाराष्ट्र में शिवसेना व भाजपा में दरार पड़ती साफ नजर आ रही है। दोनों ने अलग रास्ते पर चलने का फैसला किया है।


देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा

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