रिपोर्ट , प्रमोद सिंह / मनोज सिंह ,
उन्नाव । बीघापुर थाना परिसर में मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नरायण दीक्षित ने अपने सम्बोधन में कहा कि पुलिस और जनता के बीच बेहतर संबंध तभी स्थापित होगा जब दोनों के बीच विश्वास होगा न्याय पाने के लिए जब व्यक्ति थाने की दहलीज पर पहुंचता है तो वहां मौजूद विभाग का कर्मचारी यदि अपनी वाणी से ही आने वाले को सांत्वना दे दे तो जनता का विश्वास पुलिस के प्रति बढ़ेगा यदि पीड़ित के आते ही झल्लाहट और अप्रिय वाणी मिलती है तो पुलिस पब्लिक के संबंध मधुर नहीं हो पाते।
एक संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि निश्चित ही पुलिस और पब्लिक के बीच में संबंध बेहतर हुए हैं लेकिन जब आम जनमानस सीधे थाने आ करके अपनी बात कहने लगेगा किसी को बीच में ले जाने की जरूरत नहीं होगी तब पुलिस पब्लिक के बीच संबंध मधुर माने जाएंगे पुलिस को जनता के प्रति विश्वास बढ़ाना पड़ेगा यह विश्वास तभी बढ़ेगा जब पुलिस अपनी वाणी से आने वाले पीड़ित कि बात बेहतर तरीके से सुनेगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी विभागों से ज्यादा कार्य पुलिस को करने पड़ते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि आज की पुलिस इंपीरियल पुलिस नहीं है आज भारतीय पुलिस सेवा के नाम से जानी जाती है निश्चित ही सुधार की गुंजाइश विद्यमान है समस्या की समालोचना समीक्षा प्रबल रूप से होनी चाहिए पुलिस पर एक तरफ भरोसा नहीं करते लेकिन सबसे ज्यादा भरोसा पुलिस पर ही जनता को होता है रात में पुलिस खड़ी है तो लोगों को एहसास होता है कि पुलिस है, रात में लोग निश्चिंत होकर सोते हैं कि गांव में पुलिस पहरा है।पीड़ित को यदि थाने स्तर पर ही सुन लिया जाए तो उसको विभिन्न पायदान पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी यह विश्वास जब तक नहीं होगा तब तक पुलिस और जनता के बीच में एक दूरी बनी रहेगी, इस तरह के संवाद कार्यक्रम इस दूरी को कम करने का एक बेहतर प्रयास है।
पुलिस अधीक्षक हरीश कुमार ने कहा कि पुलिस की नौकरी ही कुदरत के प्रतिकूल होती है जब वक्त सोने का समय होता है तब वह जगती रहती है उन्होंने कहा कि उनके प्राथमिकता आम जनमानस के बीच में पुलिस के विश्वास को कायम करना है और उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि खाकी वर्दी ही हर जगह आपकी सेवा में है सबसे ज्यादा पुलिसकर्मी ही अपनी सेवाएं देते हैं नीचे पायदान से लेकर ऊपर पायदान तक के लोगों की शिकायत पुलिस से ही होती है जनता को शिकायत होमगार्ड से, सिपाही से, सब इंस्पेक्टर से, इंस्पेक्टर से, क्षेत्राधिकारी से कप्तान से ,आई जी से ,डीआईजी से होती है लेकिन समस्या का समाधान भी पुलिस ही है उन्होंने कहा पुलिस बुराई का पुतला है ।लेकिन हम बुराई भी हैं और हम आवश्यक भी हैं निश्चित तौर पर पुलिस पब्लिक के बीच विश्वास बढ़ाने का उनका पहला लक्ष्य है। एडिशनल एसपी अष्टभुजा प्रसाद सिंह ने भी अपने संबोधन में पुलिस विभाग की नौकरी करने वालों के अंदर उर्जा भरते हुए कहा कि यह वर्दी सबको नहीं मिलती सेवा के मौके सबको प्राप्त नहीं होते हम राणा प्रताप का अनुकरण करने वाले बने हमें गौरव होना चाहिए कि हम खाकी वर्दी धारण करने वाले हैं कार्यक्रम को नेहरू इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य हनुमंत सिंह वरिष्ठ समाजसेवी सुभाष बाजपेई संजय शुक्ला वरिष्ठ साहित्यकार गणेश नारायण शुक्ला राम अवस्थी ने भी अपने विमर्श रखें ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपजिलाधिकारी बीघापुर प्रभु दयाल ,नगर पंचायत अध्यक्ष बीघापुर गोविंद नारायण शुक्ल ,क्षेत्राधिकारी शहर उमेश चंद त्यागी ,क्षेत्राधिकारी बीघापुर स्वतंत्र कुमार सिंह, अरुण प्रताप सिंह ,मनोज कुमार मिश्र ,रिंकू शुक्ला, प्रभात सिंह, राजू शुक्ला, राजेंद्र सिंह एडवोकेट ,रामचंद्र बाजपेई ,पद्म कांत पटेल, अरुण द्विवेदी आदि रहे ।कार्यक्रम का संचालन संजय त्रिवेदी ने किया वहीं मुख्य अतिथि का सम्मान जिलाधिकारी ,पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी ने प्रतीक चिन्ह देकर किया। आभार कार्यक्रम आयोजक बीघापुर थाना प्रभारी मोहम्मद अशरफ ने व्यक्त किया।
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