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पीड़ित ने लगाई एस.पी से न्याय की गुहार


पुलिस इंस्पेक्टर कोतवाली सदर बना रहे पीड़ित पर सुलह समझौता करने का दबाव


अपराध संख्या 1427/18 धारा 307,427 व अन्य धाराओं के नामजद आरोपियों की नहीं कर रहे गिरफ्तारी


विपक्षी गणो से मिलीभगत कर पीड़ित पर भी दर्ज कर दिया धारा 307 का मुकदमा


*एस. पी. तिवारी/नित्यानन्द बाजपेई*


लखीमपुर-खीरी। काफी समय से कोतवाली सदर का चार्ज लिए बैठे कोतवाल के कारनामों से आजिज पीड़ित पक्ष के दीपचंद ने नवागत पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मामले की जांच कराए जाने व उपरोक्त मुकदमा संख्या 1427 के नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है,पीड़ित दीप चंद गुप्ता ने एस पी. को दिये गये प्रार्थना पत्र मे कहा कि वह अपनी दुकान पर सामान बेच रहा था।एक ग्राहक को सामान बेचने से नाराज विपक्षी़गण संजय गुप्ता,राजीव,खन्ना पुत्रगण रामचंद्र,सागर पुत्र राजू,अंकित पुत्र राजू निवासी बैंड मार्केट शिव शक्ति मैरिज हाल के पीछे अगने कई अज्ञात साथियो को लेकर दुकान पर आकर मारपीट करने लगे और मेरा सामान फेंक दिया दुकान में तोड़फोड़ करने लगे उक्त लोगों ने दीपचंद के सर पर बांके से करारा प्रहार कर दिया पीड़ित द्वारा डायल 100 नंबर को सूचना दी गयी।मौके पर पहुँची डायल 100 नम्बर पुलिस ने पीड़ित को घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां उसके सर में लगभग 7 टांके भी लगे। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पुलिस द्वारा दिनांक 4-12-2018 को पांच लोगों को नामजद करते हुए 15 अज्ञात लोगों के विरुद्ध अपराध संख्या 1427/18 धारा 147,148,149,427,307,323, 504,506 आईपीसी दर्ज तो कर लिया और उसी दिन से वादी मुकदमा व घायल दीपचंद पर सुलह समझौता करने का दबाव कोतवाल द्वारा बनाया जाने लगा। और कहा दूसरी तरफ भी चोटें आई हैं आपके ज्यादा लगी है, उनके थोड़ी लगी है चोटे तो धारदार हथियार की ही उनकी भी आई हैं। पीड़ित द्वारा सुलह न करने पर विपक्षीगणो से मोटी रकम वसूल कर विपक्ष की ओर से 307 का मुकदमा लिखे जाने का आरोप पीड़ित ने कोतवाल पर लगाया।पीड़ित ने यह भी कहा है कि मेडिकल रिपोर्ट में दिखाई गई चोटो की प्रकृति व लंबाई चौड़ाई के आधार पर धारा 307 उसपर नहीं बनती है।लेकिन कोतवाल द्वारा मनमानी करते हुए मुझ पर दबाव बनाने का प्रयास करते हुए धारा 307 आईपीसी का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को संरक्षण देने का प्रयास किया गया।और आज तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है।उल्टा वादी मुकदमा स्वर्ण दीप गुप्ता के मोबाइल पर कोतवाल द्वारा सुलह करने का दबाव बनाया जाना इनकी कुत्सित मानसिकता वह पक्षपात पूर्ण कार्यवाही की ओर इशारा करता है।कोतवाल के इस कारनामे से आहत पीड़ित ने डी. एम खीरी व पुलिस अधीक्षक खीरी को प्रार्थना पत्र देकर मामले की निष्पक्ष जांच एवम् आरोपियों की गिरफ्तारी कराए जाने की मांग की है।



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