ठंडक अपने जोर पर फिर भी अलाव या रैन बसेरा की कोई व्यवस्था नहीं।
जिला लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ शासन प्रशासन द्वारा ठंडक को देखते राहत का कोई भी कदम नहीं उठाया गया है जिससे नगर मे रिक्शा चलाने वाले, मजदूर श्रेणी के लोग व स्वतंत्र जानवर इत्यादि को ठंडक की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसा कि पिछले कुछ दिनों से ठंड अपने चरम सीमा पर पहुंच चुकी है शीत लहर चलना शुरू हो चुकी है पारा न्यूनतम 5 डिग्री तक पहुंच जाता है ऐसे में मजदूर श्रेणी के लोग जो दूर गांव से गोला आते हैं या ऐसे रिक्शेवाले, यात्रीगण या जानवर जो सदर चौराहा, विकास चौराहा, सिनेमा चौराहा या अन्य ऐसे स्थान जहां सुबह - सुबह लोग एकत्रित होते हैं उनको ठंड में ठिठुरना पड़ता है ऐसे में कहीं भी अलाव या रैन बसेरा की व्यवस्था अभी तक नहीं हुई है। प्रत्येक वर्ष प्रत्येक चौराहे या भीड़भाड़ वाले स्थानों पर नगर पालिका द्वारा अलाव और रैन बसेरा की व्यवस्था की जाती थी जिससे सुबह सुबह जो लोग चौराहे इत्यादि पर खड़े होते थे उनको काफी राहत मिल जाती थी या बाहर से आए हुए व्यक्तियों को रैन बसेरा से काफी राहत मिलती थी। इसके साथ ऐसे जानवर जो सड़क पर घूमते थे वे खुद को ठंडक से बचाने के लिए अलाव के इर्द-गिर्द खड़े हो जाते थे और मजदूर या गरीब लोग अपने आप को अलाव के पास खड़े होकर खुद को ठंड से बचा लेते थे किंतु इस वर्ष ठण्ड की शुरुआत हो चुकी है लेकिन अभी तक शासन प्रशासन से कोई भी अलाव या रेन बसेरा जैसा इंतजाम नहीं किया गया है जिससे मजदूर श्रेणी के लोग और रात में जो लोग रिक्शा चलाते हैं या लोग जो बस इत्यादि वाहन का इंतजार करते हैं या ऐसे जानवर जो स्वतंत्र सड़क पर घूमते हैं उनको ठंड की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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