थारू क्षेत्रों के गांव में कोटा बंद होने से नहीं मिल रहा राशन
पलिया कलां-खीरी।चंदनचौकी थारू क्षेत्रों के सार्वजनिक वितरण प्रणाली में जमकर गड़बड़ी की जा रही है। कोटेदार निर्धारित समय से कोटा नहीं खोलते हैं। इससे कार्डधारकों को राशन सामग्री नहीं मिल पाती है। शिकायत के बाद भी कोटेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। हालांकि अब तो एपीएल और बीपीएल कार्डधारकों को ही राशन और चीनी मिल रही है। कोटा न खुलने से कार्डधारकों को भटकना पड़ता है।खाद्यान्न वितरण के लिए हर माह की 5 से 15 तारीख तक का समय निर्धारित है मगर इसका पालन नहीं किया जा रहा है। ज्यादातर समय दुकानों पर ताला लटका रहता है।यही हाल तब है जब उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद सुरक्षा योजना का लाभ गरीबों को समय से देने का निर्देश दिया गया है आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से कोटेदारों की मनमानी का आलम यह है कि वे समय से दुकान नहीं खोल रहे हैं सुरमा गावों के लागों से जानकारी में पता चला कि ज्यादातर कोटेदार अपना निजी काम करते हैं जब उनको टाइम मिलेगा तभी तो बाटेंगे जिस पर कोटेदार कन्हैया लाल से पूछा गया तो बताया मैं दुकान पर हूं मैंने सब गांव वालों को बोल दिया लेकिन कोई राशन लेने नहीं आता यही हाल थारू क्षेत्र गांव ध्यानपुर का भी है। जहां कोटा बटना चाहिए वही कोटे पर ताला लटका हुआ मिला पूछने पर पता लगा जितेंद्र कोटेदार कही गए हुए हैं।
जानकारी के लिए पहुंचे रामनगर गांव वहां पर कोटा तो बट रहा था लेकिन राशन कार्ड को लेकर नोकझोंक हो रही थी कोटेदार सोमवती तो नहीं मिली लेकिन उनके पति कोटा वितरण करते हुए मिले कुछ पूछने पर वह कुछ बोल नहीं पाये।
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