शहीदों की नगरी शाहजहाँपुर के वीर रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ जी ने भारत की आज़ादी के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी। आपके द्वारा लिखे ‘सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है अमर गीत आज भी हर भारतीय के दिल में जगह बनाये हुए है जयंती पर आपका साथ हेल्पलाइन फाउंडेशन शत-शत नमन करता है।
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