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बरुआसागर( झांसी )श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन संस्कृत विद्यालय में श्रमण सौध एवं श्री सुधासागर

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बरुआसागर( झांसी )श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन संस्कृत विद्यालय में श्रमण सौध एवं श्री सुधासागर छात्रावास का वास्तु विधान भूमि पूजन शिलान्यास समारोह मुनि श्री अविचल सागर जी महाराज के सानिध्य में अजीत प्रसाद जैन के मुख्य आतिथ्य व विद्यालय के अध्यक्ष प्रवीण कुमार जैन की अध्यक्षता में संपन्न हुआ । इस अवसर पर दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के निदेशक डॉ.शीतल चन्द्र जैन, प्राचार्य डा.अरुण जैन ,अंतर्राष्ट्रीय भारतीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद के अध्यक्ष डाँ . श्रेयांश जैन बड़ौत, अंतरराष्ट्रीय भारतीय दिगंबर जैन विद्धत परिषद के अध्यक्ष डॉ जयकुमार जैन मुज़फ्फरनगर ,उत्तारांचल दि. जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष शैलेंद्र जैन अलीगढ़ आदि विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित रहे । धर्म सभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री अविचल सागर जी महाराज ने कहा कि सम्यक ज्ञान ही जीवन का सार है ,भगवान ने अपनी वाणी से ज्ञान ही प्रदान किया है ।यह सदृज्ञान इहलोक व परलोक दोनों के लिए कल्याणकारी है ।उन्होंने कहा कि क्षुल्लक श्री गणेश प्रसाद वर्णी की प्रेरणा से वर्ष 1933 में प्रारंभ हुए इस विद्यालय ने हजारों संस्कृत के विद्वान देकर भारतीय संस्कृति व धर्म प्रभावना में अपूर्व योगदान दिया है । अब आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की कृपा एवं मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज के आशीर्वाद से शीघ्र ही यह विद्यालय नवीन ऊंचाइयों को हासिल करेगा ।वक्ताओं में डाँ.श्रेयांश जैन ने वर्ष 1962 में अपने शिक्षा काल का स्मरण करते हुए प्रेरणा स्रोत क्षुल्लक गणेश प्रसाद वर्णी एवं क्षु. मनोहर लाल वणी के इस विद्यालय में उत्थान की विस्तृत चर्चा करते हुए प्रस्तावित अधिष्ठाता के पद को स्वीकार कर विद्यालय के विकास में योगदान का आश्वासन दिया ।डाँ.जय कुमार शास्त्री मुजफ्फरनगर ने विद्यालय की मिट्टी को परम उपकारी बताते हुए कहा कि इसमें प्राप्त शिक्षा का ऋण हम हजार जन्मों तक नहीं चुका सकते । उन्होंने विद्यालय के निदेशक पद भार को स्वीकार करते हुए सक्रिय योगदान का संकल्प लिया ।उत्तरांचल तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष शैलेंद्र जैन अलीगढ़ ने विद्यालय को सदस्यता प्रदान करते हुए सोलर लाइट लगाने की घोषणा की । पुरातन छात्र सुमित कुमार जैन सी. ए.ने शिक्षा काल की स्मृतियों को ताजा करते हुए अनुशासन को जीवन निखारने की कुंजी बताया । जी.एस.टी. कमिश्नर राजेश जैन ने विद्यालय के स्वर्णिम अतीत का स्मरण करते हुए सुनहरे भविष्य में योगदान का आश्वासन दिया ।डाँ. सुनील संचय ने कहा कि विद्यालय ने संस्कृत शास्त्र ज्ञान और जीवन जीने की शैली सिखाई है ।डाँ.राजीव प्रचांडिया ने विद्यालय के विकास पर प्रकाश डाला । नन्नू मल ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रकाश चंद जैन एडवोकेट ने कहा कि ट्रस्ट कीर्तिशेष नन्नूमल की भावनाओं के अनुसार कार्य करेगा ।वक्ताओं में जेल अधीक्षक दीपक जैन ,व्यापारी नेता शैलेंद्र जैन आदि ने विचार व्यक्त किये ।समारोह अध्यक्ष प्रवीण कुमार जैन ने मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज का आभार मानते हुए कहा कि अब विद्यालय का कायाकल्प तो होगा ही वणीं जी की भावनाओं के अनुरूप संस्कृत संस्कृति की रक्षा करने वाले मेधावी छात्र भी मिल सकेंगे । इस अवसर पर श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के मंत्री महावीर प्रसाद, कोषाध्यक्ष रिषभ कुमार जैन ,उत्तम चंद जी पाटनी, सुरेश कासलीवाल, पंडित मुकेश विमल जैन दिल्ली इंजीनियर मनोज सिंघई ललितपुर, आलोक जैन कोटा आदि उपस्थित रहे । मुख्य शिलान्यास ब्रह्मचारी अजित प्रसाद जी, दीपक जैन दिल्ली एवं उत्तरांचल जैन दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष शैलेन्द्र जैन एडवोकेट अलीगढ़ महामंत्री प्रवीण कुमार जैन झांसी ने किया । इस दौरान डा नरेन्द्र जैन, जिनेंद्र जैन ,विमलेश चौधरी, बिजय अलया ,राहुल जैन करगुवा जी पालिकाध्यक्ष हर देवी ओमी कुशवाहा ग्राम प्रधान रजनी राय, राजेन्द्र जैन ,गुलाब चन्द्र जैन,नरेन्द्र जैन संजीव जैन प्रदीप सिंह आई कमलेश जैन नेमीचंद एडवोकेट अभिनंदन सांघेलिया पाटन ,संजय दिल्ली अजित प्रसाद जैन दिल्ली दीपक जैन सदन दिल्ली योगेश भैया मालथौन संजय शास्त्री की एन सी जैन ओमी कुशवाहा श्रीमती कुसुम जैन संगीता जैन सदन रानी तिवारी सत्यनारायण पाराशर ओमप्रकाश दीक्षित पवन जैन पत्रकार ,अमित जैन ,विवेक जैन सुरेन्द्र तिवारी ,विशाल जैन आदि के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिला रखकर वास्तु महतु पूजन में सहभागिता की । संचालन प्राचार्य सांगानेर डाँ. अरुण जैन ने अतिथियों का स्वागत प्राचार्य बाहुबली जैन कामिनी तिवारी ने आभार ज्ञापन विद्यालय के प्रबंधक चौधरी संजय जैन ने किया ।

छात्रावास में कक्षों की घोषणा

अध्यक्ष प्रवीण कुमार जैन , डॉ. श्रेयांश जैन बड़ौत,डाँ. जयकुमार जैन मुजफ्फरनगर,डाँ. अरुण जैन सांगानेर, सुमित कुमार जैन सीए आदि ने एक एक कक्ष निर्माण की घोषणा की

अधिष्ठाता निर्देशक बने

विद्यालय के अधिष्ठाता डॉ श्रेयांश जैन बडौत जैन एवं निर्देशक जय कुमार जैन मुजफ्फरनगर पुरातन छात्रों को बनाए जाने का प्रस्ताव डाँ.शीतल चन्द जैन सांगानेर ने रखा जिसे सवं सम्मति से स्वीकार किया गया ।

रिपोर्ट पवन कुमार जैन बरुआसागर झाँसी

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