मिथुन राशि में राहु का गोचर उच्च माना जाता है। और बड़े परिवर्तन देखने को मिल सकते है। लगभग 18 वर्ष बाद राहु एव केतु उच्च राशि पर 7 मार्च 2019 को पहुँच जायेगे जहा से अपना कार्य शुरू करते है। एक राशि में राहू एव केतु 18 माह तक गोचर करते है। गतवर्ष 18 अगस्त 2017 में राहु ने परिवर्तन कर्क राशि में किया था तब से कर्क राशि में गोचर कर रहा है। अब 7 मार्च 2019 को राहु मिथुन राशि में रात्रि 02:48 बजे गोचर करेगा और 23 सितंबर 2020 को सुबह 05:28 बजे तक मिथुन में राशि में रहेगा। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से राहु का गोचर बहुत ही अहम माना जाता है। राहु ग्रह का कार्य ज्योतिष में आच्छादित रहस्य को उजागर करने का होता है।
देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा
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