*प्रदेश के समस्त शिक्षामित्र साथियों भाइयों और बहनों आज जो मैं लिख रहा हूं उसको आप सभी लोग एक बार अवश्य पढ़े हैं*
*25 जुलाई 2017 के बाद मैंने पूरे प्रदेश के शिक्षामित्रों की समस्याओं को अपना मान कर दिन-रात कड़ी मेहनत की सभी साक्ष्य जुटाए पूरे देश की जो भी नियमावली थी उनको भी जुटाया कितना पैसा लगा है मैं जानता हूं कितनी मेहनत कि मैं जानता हूं तमाम मुद्दों को ले जाकर महिला आयोग राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री कहां-कहां नहीं गया संघर्ष के इस दौर में अजय प्रताप सिंह जी से मुलाकात हुई अजय प्रताप जी ने कहा कि मुझे आपके साथ काम करना है हमने कहा आइए स्वागत है अजय जी ने कहा कि मेरे कुछ लिंक भारतीय जनता पार्टी से हैं तो मैंने कहा ठीक है अच्छी बात है शिक्षामित्रों का कल्याण होगा तभी अजय जी ने दिल्ली बुलाया मैं गया और उन्होंने कहा सारे साक्ष्य लेकर आइए मैं आता हूं मैं दिल्ली गया वहां सारे साक्ष्य मिश्रा जी को सौंपे वह मिश्रा जी हमारे और अजय के लिए एक मीडियेटर का काम कर रहे थे साक्ष सौंपने के बाद सब कुछ ठीक रहा कुछ दिन बाद कुछ दुष्ट आत्माओं ने अजय जी को भरना शुरू किया बोले पूरा प्रदेश त्रिभुवन जी को जानता है आपको कोई नहीं जानता है और आने वाले समय में त्रिभुवन जी बहुत फेमस हो जाएंगे प्रदेश के अध्यक्ष बन जाएंगे आपको कोई नहीं जाने गा न जाने क्या उनके दिमाग में यह बात गढ़ गई अचानक वह मेरी बुराई कुछ लोगों से करने लगे कि जो भी है मैं करा रहा हूं त्रिभुवन जी क्या जानते हैं मैंने कहा मुझे आपके साथ काम नहीं करना क्या हो गया हमने कहा मित्र शिक्षामित्रों का भला हो जाने दो हमें कुछ नहीं चाहिए मुझे प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं बनना बोले ठीक है मैंने कहा शिक्षामित्रों का भला हो जाए ना मुझे नेता बनना है ना आपको नेता बनना है लेकिन कहीं ना कहीं इनके अंदर कुछ लालसा अलग दिख रही थी धीरे धीरे इन्होंने हमसे एवं हमने इनसे बात करना कम कर दिया उन्होंने कहा 25 दिसंबर 2018 को लखनऊ निकले आज प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है अमित शाह लखनऊ आ रहे हैं दिल्ली से दोपहर 1:00 बजे मैं और तेजभान कासगंज दोनों लोग लखनऊ के लिए निकले और लगभग रात्रि 12:00 बजे लखनऊ पहुंचते हैं आनन-फानन में जैसे भी चाय नाश्ता किया सुबह से भूखे थे सो गए सुबह उठते हैं लगभग 10 से 15 बार मैंने फोन लगाया और 10 से 15 बाद तेजभान जी ने फोन लगाया अजय प्रताप का कोई भी अता-पता नहीं अजब गजब प्रताप कि कहने पर ही हम लोग लखनऊ पहुंचे थे मित्रों उसी दिन से मैंने कहा कि अजय जी अब आप काम करिए मैं आपके साथ काम नहीं करूंगा नाहीं मुझे नेता बनना है ना ही मुझे पैसा कमाना है यह बात तेजभान भी जानते हैं अच्छी तरीके से उसी दिन के बाद मित्रों मैं इनसे अलग हो गया उन्होंने काफी फोन किया मैंने कहा ना ही मुझे आपसे बात करनी है ना ही आप मुझे कॉल करे रही बात शिक्षामित्रों की मित्रों मै आप सभी को बता दूं भारतीय जनता पार्टी किसी के कहने पर कुछ नहीं कर रही है यहां पर लोग पैसा कमाने के लिए नेता बनने के लिए संगठन बना रहे हैं यहां तक कि मैं बता दूं कि कुछ लोगों को प्रदेश का जिम्मा भी दे दिया गया कि आप प्रदेश के महामंत्री हैं प्रदेश के प्रवक्ता हैं यहां पर लोगों से पैसा कमाने के लिए एक समूह बनाया गया है जो पैसा कमाएं मित्रों जो भी होना है भारतीय जनता पार्टी करेगी क्योंकि यदि किसी के पास कोई साक्ष्य हैं तो वह आधार सबूत पेश करें और जितना मैंने मेहनत की शिक्षा मित्रों के लिए अगर हमारे अजय भाई ने मेहनत की है तो वह इस बात को पेश करें दिखाएं अन्यथा की दृष्टि में आप बिल्कुल शांत रहे भारतीय जनता पार्टी जो भी करेंगी वह किसी के कहने पर नहीं करेगी क्योंकि आज के एक हफ्ते पहले मैं स्वयंप्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी एवं सुनील बंसल जी से मिला था इसके पहले भी कई बार राजनेताओं से मुलाकात हो चुकी है जिसके चलते उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमारी पार्टी जो भी करेगी चुनाव को देखते हुए करेगी किसी के कहने पर किसी के इशारे से या किसी भी नेता के कहने पर भारतीय जनता पार्टी नहीं करेगी जो उसको सही लगेगा वही करेंगे लेकिन मित्रो यहां पर कुछ लोग पैसा कमाने के लिए नेता बनने के लिए सोच रहे हैं आपका अपना मानना है सोचना है धन्यवाद जय हिंद जय शिक्षा मित्र कुछ सबूत भी पेश करूंगा आने वाले समय में यदि हमारे बड़े भाई अजय जी के पास कोई सबूत है तो वह पेश कर सकते हैं*
*यदि एक ज्ञापन भी हो अजय जी के पास हो वह प्रदेश के ग्रुपों में डाल सकते हैं और प्रदेश के शिक्षामित्र देखना भी चाहेंगे जैसा मैं समझता हूं यदि एक ज्ञापन भी उन्होंने दिया हो एक ज्ञापन भी किसी को भी झूठ बोलने की हद होती है मेरे मित्र*
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