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गजाधरपुर मनकामेश्वर मन्दिर पर चल रही पँचदिवसीए महरुदयज्ञ में आज विधि विधान से हवन पूजन हुआ।

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*वैष्णव, भक्तों, संत, महात्मा, ऋषि, धर्मात्मा, मुनि और गोसाई को भोजन करवाने से किए गए सभी पापों का प्रायश्चित हो जाता है।सन्त मोरजयध्वज दास*



*गजाधरपुर बहराइच*


सन्त सम्मेलन में सन्त मोरजयध्वजय दास कहते है न केवल मन्दिरो यज्ञशाला में हिंदू शास्त्रों के अनुसार अतिथि देवो भवः अर्थात घर आया मेहमान भगवान के समान होता है। घर आए मेहमान का आदर सत्कार करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। उन्हें भोजन करवाते समय मन में गलत भाव नहीं लाने चाहिए मन में गुस्सा, द्वेष, हिंसा आदि भावना लाने से कर्मों का फल नहीं मिलता



गजाधरपुर मनकामेश्वर मन्दिर पर चल रही पँचदिवसीए महरुदयज्ञ में आज विधि विधान से हवन पूजन के साथ भक्तो ने यज्ञ अस्थल की 12 घण्टे से लेकर 24घण्टे तक परिक्रमा कर अपनी मनोकामनाए की पूर्ति की



इस मौके पर गायत्री परिवार से आए लाडली प्रसाद वर्मा ने भजन कीर्तन कर गायत्री माता के महिमा के विषय मे लोगो को जागरूक किया ।श्री वर्मा ने कहा पारिवारिक सदस्य स्वयं भोजन खाने से पहले भगवान को भोग लगाएं, फिर उसी भोजन को प्रसाद रूप में पाएंगे तो घर पर ईश्वर कृपा बनी रहेगी। घर में वही शाक बनाना चाहिए जो भगवान को भोग प्रशाद के रूप में अर्पित किया जा सके। प्याज और लहसुन तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है जो कभी भी भगवान को अर्पण नहीं किया जाता


प्रवचन में सन्त रमाकांत दास ने बताते है खाना वही खाना चाहिए। जो चीज आप भगवान को भोग लगा सकते हो, सदगुरु को अर्पण कर सकते हो वह चीज खाने योग्य है और जो चीज भगवान, सदगुरु को अर्पण करने में संकोच महसूस करते हो वह चीज स्वयं भी मत खाएं।

रायबरेली बाराबंकी सूरतगंज हेतमापुर बाबागंज नेपाल नवाबगंज भभूति नाथ लक्षणनगर सोनवा मध्यप्रदेश अयोध्या से आए सन्तो ने सम्मेलन किया।इस मौके पर।अर्जुन वर्मा,बलिविर वर्मा,मूलचन्द,कल्लू गौड़,पप्पू,दीनानाथ हरिद्वार पेररू माधव समय प्रसाद राजित राम जिया लाल शिवपूजन बनवारी लाल ननकुंने सिंह वीरेंद्र सिंह शुबास पाल बाबा तीरथ बाबा दिन अरुण कुमार ध्रुव सिंह रामु गुड्डू,मनोज सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे

*आपका साथ न्यूज़ के साथ कैलाश नाथ राना (ब्यूरो चीफ) बहराइच*

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