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राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि रविवार रात कोलकाता में क्या हुआ,

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कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 'संविधान बचाओ' धरने के बीच दिल्ली में भी सीबीआई विवाद का शोर सुनाई दे रहा है।सोमवार को बजट सत्र के तीसरे दिन दोनों सदनों में इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ और कामकाज पूरी तरह ठप रहा,विपक्षी दलों के नेताओं ने टीएमसी प्रमुख के धरने को जायज ठहराते हुए मोदी सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया, इसके बाद लोकसभा में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सिलसिलेवार तरीके से रविवार रात कोलकता में हुए घटनाक्रम का ब्यौरा दिया।

विपक्षी सांसदों के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रविवार रात कोलकाता में सीबीआई के अधिकारियों को न सिर्फ कानूनी कामकाज करने से रोका गया बल्कि थाने में ले जाया गया जो भारत कि इतिहास में अभूतपूर्व है।उन्होंने कहा कि देश में आजतक ऐसी घटना नहीं हुई है। उन्होंने शारदा चिटफंट घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि इस घोटाले में लाखों गरीबों को चूना लगाया गया और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक ही कार्रवाई हो रही है।राजनाथ सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह स्वीकार किया है कि अब तक की जांच में कुछ प्रभावशाली नेताओं के इस घोटाले में शामिल होने का शक है।साथ ही उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर जांच में सहयोग नहीं कर रहे,इसलिए सीबीआई अधिकारियों को मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी,कोलकाता में सीबीआई टीम की सुरक्षा के लिए केंद्र को सीआरपीएफ को तैनात करने का आदेश देना पड़ा।

गृहमंत्री ने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों में ऐसा टकराव दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा कि कल जो भी घटनाएं घटीं, वह संवैधानिक व्यवस्थाओं के टूटने की ओर इशारा करती हैं।उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से रिपोर्ट देने का आग्रह किया गया है राजनाथ ने कहा कि सभी राज्य सरकारों से और पश्चिम बंगाल सरकार से वह उम्मीद करते हैं कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जांच के लिए अनुकूल माहौल मुहैया कराया जाएगा।इससे पहले लोकसभा में शून्य काल के दौरान टीएमसी सांसद सौगत राय ने कहा कि रविवार शाम को सीबीआई के 40 अधिकारियों का कोलकाता के पुलिस कमिश्नर के आवास पर पहुंचना संविधान पर हमला है।उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कोलकाता में विपक्षी दलों की रैली के बाद से मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं को डराने, धमकाने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।सदन में राजनाथ सिंह के बयान के बाद जबर्दस्त हंगामा देखने को मिला और विपक्षी नेता सीबीआई और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे,इसके बाद सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

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