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उन्नाव: प्राथमिक विद्यालय मेहरबानखेड़ा को ग्रामीणों ने 40 हजार रु0 से अधिक का फर्नीचर दान किया

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रिपोर्ट, प्रमोद सिंह / मनोज सिंह ,



उन्नाव। कर्मठता व कार्य के प्रति ईमानदारी से हम ऊसर में भी फसल उगा सकते हैं। कुछ ऐसा ही उदाहरण प्रस्तुत हुआ है विकास खण्ड बीघापुर की ग्राम सभा अमरपुर आँव के मजरे मेहरबानखेड़ा के प्राथमिक विद्यालय में। जहाँ पर तैनान प्रधान शिक्षक प्रदीप कुमार वर्मा, सहायक शिक्षक आलोक द्विवेदी व षिक्षा मित्र मंजू देवी ऐसे बच्चों को पढ़ा रहे हैं जो भीख माँगने, मवेषी चराने, खेतों से चूहे पकड़ने के अलावा कुछ करते ही नहीं थे।



बच्चों के अभिभावकों को जागरूक कर पहले तो बच्चों को विद्यालय नियमित भेजने के लिए प्रेरित किया फिर उनको इस प्रकार से शिक्षक करने का कार्य किया कि दूसरी, तीसरी कक्षा के किसी भी बच्चे से कोई सवाल पूछो वह तुरन्त ही सही जवाब देता है। बच्चों को जिले में कितने ब्लाक हैं, प्रदेष में कितने जिले हैं, दिनों के नाम अंग्रेजी में वह भी स्पेलिंग सहित, टेबल भी पूरी बीस तक फर्राटे के साथ याद है।



शिक्षकों की इस मेहनत व लगन और कार्य के प्रति समर्पण भाव को देखते हुए गाँव के कुछ समाज सेवियों ने विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर दान करने का निर्णय लिया। जिससे कि बच्चों को ठण्ड में विद्यालय की टूटी फर्स पर न बैठना पड़े और बच्चों को पठन-पाठन में हो रही असुविधा से मुक्ति मिल सके। बुधवार को विद्यालय को ग्रामीणों ने 40 हजार रु0 से अधिक का फर्नीचर दान किया। जिसके सूत्रधार रहे शिव सिंह व उनका सहयोग किया कैलाश प्रधान, सुरेश , जयपाल वर्मा, दिलीप, ऋषिराज सिंह, हरिकिशोर वर्मा, रामखेलावन, धनीराम, राम बाबू, तरुण कुमार, रामकांत, दुर्गेश आदि अन्य लोगों ने सहयोग किया। लोगों के इस कार्य की सराहना हो रही है।



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