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बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश चर्चा के केंद्र में हैं। गुरूवार को मायावती ने आकाश पर सफाई दी।

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नईदिल्ली: इन दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती के इर्द-गिर्द नजर आ रहे। मायावती के भतीजे आकाश चर्चा के केंद्र में हैं। गुरूवार को मायावती ने आकाश पर सफाई दी और मीडिया को आड़े हाथों लिया। मायावती ने कहा- बसपा परिवारवाद की पार्टी नहीं है। चूंकि उसे निशाना बनाया गया, इसलिए अब आकाश को बसपा से जोडूंगी। आकाश मायावती के छोटे भाई आनंद के बेटे हैं। हाल ही में वह लंदन से एमबीए कर लौटे हैं। पार्टी में बिना किसी पद के आकाश ने अपनी बुआ के साथ रहकर राजनीति का ककहरा सीखना शुरू कर दिया।


बसपा के वरिष्ठ नेता तो यहां तक कहने लगे हैं कि मायावती आकाश को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाना चाहती हैं।

सोशल मीडिया पर आकाश के ब्रांडेड जूते की फोटो वायरल

आकाश ने बुआ मायावती के जन्मदिन पर कोट-पैंट के साथ ब्रांडेड जूता पहन रखा था, जो गूची जैसे नामी ब्रांड का बताया जा रहा है। जिसकी कीमत 75 हजार रुपए है। आकाश के साथ उनके जूते की फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।

मीडिया में भतीजे आकाश को लेकर चल रहीं खबरों पर मायावती ने कहा- आकाश राजनीति में नहीं है। लेकिन, अब मैं पार्टी के मूवमेंट में शामिल करुंगी और उन्हें सीखने का मौका दूंगी। यूपी में पहले भी मेरे सरकार के समय इसी तरह की संकीर्ण या जातिवादी मानसिकता रखने वाले मीडिया ने गलत खबर चलाकर भ्रम फैलाया था। उसी तरह अब आकाश की चप्पलों के पीछे पड़ गए। ऐसे बता रहे हैं- जैसे उन्होंने ही उसे चप्पल खरीद कर दी हो। आकाश को निशाना बनाया गया है।

बसपा प्रमुख ने कहा कि हमारे खिलाफ दुष्प्रचार किया जाता है। मेरे जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में केक खाने को लूटकर ले जाना कहा गया। कुछ जातिवादी और दलित विरोधी टीवी चैनलों से संपर्क करके गलत खबरें दिखा कर षडयंत्र कर रहे हैं। कई विपक्षी और दलित -विरोधी बसपा-सपा के गठबंधन से डरे हुए हैं, इसलिए कई साजिश कर रहे हैं।



लखनऊ के ताज होटल में जब 12 जनवरी 2019 को सपा और बसपा गठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी, तब आकाश मौजूद थे। 13 जनवरी को जब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मायावती से मुलाकात की तो उस वक्त भी आकाश वहां नजर आए थे। 15 जनवरी को मायावती के जन्मदिन के मौके पर भी आकाश बुआ के साथ दिखे। मई 2017 के सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में भड़की जातीय हिंसा के बाद जब मायावती वहां पहुंची थीं तो आकाश उनके साथ पहली बार नजर आए थे। लखनऊ में बसपा कोऑर्डिनेटर की बैठक में भी मायावती ने आकाश का परिचय अपने भतीजे के रूप में करवाया था।


कुछ समय पहले बसपा प्रमुख

मायावती ने अपने भाई आनंद को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। जिसके बाद उन पर परिवारवाद और वंशवाद का आरोप लगने लगा था। इसके बाद परिवारवाद की राजनीति का विरोध करने वाली मायावती ने आनंद को पार्टी के सभी पदों से मुक्त कर दिया। बसपा के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि मायावती भतीजे आकाश को इस समय गठबंधन के प्रयोग से लेकर सीटों के बंटवारे तक के दांवपेंच बहन जी सिखा रही हैं।

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