है नमन है नमन दिल से तुम को सत सत नमन
बंडा शाहजहांपुर शहीद दिवस के अवसर पर बुधवार को बंडा के सुनासीर नाथ इंटर कॉलेज में साहित्य मंच की ओर से जश्न ए उमंग कार्यक्रम विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया कवि सम्मेलन का शुभारंभ कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डीडी वर्मा ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दी प्रज्वलित कर कार्यक्रम को आरंभ किया
कार्यक्रम का संचालन सतीश शुक्ला ने किया कभी राम बाबू शुक्ला ने सुनाया खंड खंड वीरों ने फिरंगी यों का ऐसे रणबांकुरे किसान लिखता हूं मैं परम वीर चक्र के विजेता जदुनाथ सिंह राष्ट्र के पिता का ही मान लिखता हूं मैं वीर अशफाक बिस्मिल की आन बान रोशन सहित बखान लिखता हूं मैं शाहजहांपुर के शहीदों की नगरी की पवित्र भूमि इसीलिए वीरों का ही गाता हूं लखीमपुर की कवियत्री अंशिका द्विवेदी ने सुनाया हमसे पूछो दिल को कितना दर्द उठाना पड़ता है गीत लिखो फिर महफिल महफिल उसको गाना पड़ता है इसी कड़ी में लखनऊ से आए कभी आशीष त्रिपाठी ने सुनाया अपनी हद से गुजर जाए क्या तुम्हारे कहने से मर जाएं कवि अनूप ने सुनाया अमावस की काली मां जैसा और चेहरा है पूर्णिमा जैसा दुख के विस्फोट से हैं इतना हो गया दिल हिरोशिमा जैसा शाहजहांपुर के जाने-माने कवि कौशलेंद्र मिश्र ने सुनाया लेकर तिरंगा हाथ में आगे ही बनेंगे हम एक थे हम एक हैं हम एक ही रहेंगे
शाहजहांपुरी ने सुनाया मंजर हमारी मौत का कितना अजीब था खंजर जिसके हाथ में वह मेरा रकीब था इसी कड़ी में रोहित शुक्ला आवारा ने है नमन है नमन दिल से सत सत नमन सूली पर चढ़ा उनको शत शत नमन आदि लोगों से दूरदराज से आए कवियों ने अपनी अपनी कविता आदि को सुनाया इस मौके पर शिवम प्यासा रामप्रताप वियोगी सुमित दीक्षित बृजेश शुक्ला बृजलाल कुमार सुबोध कुमार आदि लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे
संवाददाता बृजलाल कुमार कृष्णा बंडा शाहजहांपुर
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