गन्ने का नया कीट है फाल आर्मीवर्म--डा. जे.सिंह
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शाहजहांपुर --उ.प्र.गन्ना शोध परिषद के निदेशक डा. जे.सिंह ने बताया फाल आर्मीवर्म नामक कीट भारत के तमिलनाडु राज्य में देखा गया है। डा. सिंह ने बताया कि इस कीट की मादा अपने जीवन काल में लगभग 1000 अण्डे देती है जो 50-200 के अण्ड समूह में पाये जाते हैं। अण्डे से सूड़ी 2-3 दिन में निकलती है। सूड़ी काल 14-22 दिन तक का होता है जो छः इन्स्टार द्वारा पूरी होती है। प्यूपा काल 8-30 दिन तक होता है। इस कीट द्वारा मक्के की फसल की विभिन्न अवस्थाओं को हानि पहुँचाया जाता है। इस कीट द्वारा अमेरिका में एक वर्ष के अन्दर 1700 किमी की दूरी तय करने की क्षमता अंकित की गयी।वर्ष 2016 में अमेरिका से दक्षिण अफ्रीका के नाइजीरिया क्षेत्र में फैला, तत्पश्चात इस कीट का प्रकोप 44 देशों में देखा गया है। यह मुख्य रूप से मक्के को हानि पहुँचाने वाला नाशिकीट है। भारतवर्ष में भी मक्के की फसल को नुकसान पहुँचाते हुए यह कीट देखा गया है। प्यूपा काल 8-30 दिन तक होता है। इस कीट द्वारा मक्के की फसल की विभिन्न अवस्थाओं को हानि पहुँचाया जाता है। इस कीट द्वारा अमेरिका में एक वर्ष के अन्दर 1700 किमी की दूरी तय करने की क्षमता अंकित की गयी।इस कीट द्वारा नवजात पौधों की गोंफ को हानि पहुँचाया जाता है तथा बाद में पौधों की पत्तियों की मध्य शिरा को छोड़कर पूरी पत्ती को खा जाता है। इस कीट के नियन्त्रण हेतु वरिश्ठ कीट बैज्ञानिक डा. के.पी.पाण्डेय ने बताया कि क्वीनाॅलफास 25 प्रतिशत ई.सी. दर 800 मिलीध्हे. या प्रोफेनोफास $ साइपर (40 $ 4 प्रतिशत) दर 750 मिली या क्लोरपाइरीफास 20 प्रतिशत ई.सी. दर 800 मिलीध्हे. को 625 ली. पानी में घोलकर छिड़काव करें। डा. पाण्डेय ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान अभी तक गन्ने की फसल में फाल आर्मीवर्म कीट का प्रकोप उ.प्र. एवं सीमावर्ती प्रदेशों में दिखायी नहीं दिया है जबकि बसन्तकाल के समय तथा जुलाई माह में ट्रू आर्मीवर्म का प्रकोप गन्ने की पेड़ी की फसलों, टैªश से आच्छादित गन्ने की फसलों में प्रायः देखा जाता है।कृषक भाई अगर गन्ने की फसल पर दिन में सूड़ियों द्वारा पत्ती की लैमिना को खाते हुए देखें तो कृपया उ.प्र. गन्ना शोध संस्थान, शाहजहाँपुर के सी.यू.जी. मोबाइल नं. 6389025305, 6389025317 तथा वाट्सएप नं. 9450437597 पर सम्पर्क करने करें।
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