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इंसानियत,मानवता अभी जिंदा है।





बरुआसागर (झांसी)अगर पुलिस की कहीं आलोचना होती है तो कभी कभी पुलिस का व्यवहार और उसकी इंसानियत के साथ मानवता पुलिस की तारीफ करने पर मजबूर कर देती है।कुछ ऐसा ही झाँसी जिले के बरूआसागर थाना प्रभारी ने कर दिखाया,जिससे हमारे रिपोर्टर भी इस नेक इंसानियत के कार्य को अपने कैमरे में कैद करने से ना रोक सके।

जानकारी के अनुसार बरूआसागर थाना प्रभारी जब देर रात्रि गस्त कर गुरुवार की सुबह तड़के वापिस लौट रहे थे,तभी दिसम्बर माह की इस ठिठुरन भरी सर्दी में

बरूआसागर बस स्टैंड पर एक अधेड़ के कराहने की आवाज उनके कानों तक पहुंच गई, अपनी सरकारी गाड़ी रुकवाकर थाना प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान उक्त पीड़ित अधेड़ व्यक्ति के पास पहुंचे, तो पाया कि अधेड़ को किसी अज्ञात वाहन ने उसके पैर को कुचल दिया है,जिससे उसका पैर बुरी तरह जख्मी भी हो गया,पैर के जख्म से खून रिसता देख थाना प्रभारी की इंसानियत आगे आयी और तत्काल सर्वप्रथम उक्त व्यक्ति को पास के ही एक होटल से सर्द भरे मौसम में चाय और गर्म नाश्ता कराके कुछ गर्मी की अहसास दिलाने की कोशिश की।उपरांत 108 एम्बुलेंस के जरिये उक्त अधेड़ को एक सिपाही साथ भेजकर झाँसी मेडिकल स्वास्थ्य लाभ हेतु भेज दिया।थाना प्रभारी की इस इंसानियत के चर्चे पूरे नगर में होते नजर आए,ओर नगर के तमाम व्यापारियों, सामाजिक संगठनों ने थाना प्रभारी के इस नेक कार्य को जमकर सराहा है।



थाना प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि हम भी एक आम नागरिक की तरह इंसान है।हमें अपनी मानवता और इंसानियत को कभी नही भूलना चाइये ।वैसे तो ये सब हमारी डियूटी में शामिल है लेकिन जव हमने देखा कि वह वृद्ध व्यक्ति दर्द और ठण्ड से परेशान था तो हमने उसे चाय वगैरह पिलाई और उसके वाद झांसी मेडिकल भिजवाया ।


रिपोर्ट पवन कुमार जैन बरुआसागर झांसी

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